अगर आप भी प्रदुषण (Pollution essay in hindi 10 lines) पर एक अच्छा निबंध ढूंढ रहे है, लेकिन आपको कोई भी निबंध अच्छा नहीं लग रहा तो आज मै आपके लिए बहुत अच्छे से तैयार करके प्रदुषण पर निबंध (pollution essay in hindi) लाया हूँ। उम्मीद करूँगा की आपको ये निबंध पसंद आएगा। तो चलिए ज्ञान बढ़ाते है।
Pollution essay in hindi 10 lines
TYPE- 1st -> | for class -> | 1,2,3,4,5 |
TYPE-2nd -> | for class -> | 6,7,8,9 |
TYPE-3rd -> | for class -> | 10,11,12 |
Essay on Pollution in Hindi 10 lines-type 1st
प्रदुषण हानिकारक होता है।
यह सभी सभी जीव जन्तुएं के लिए हानिकारक होता है।
सभी तरह के प्रदुषण में से वायु और जल प्रदुषण सबसे खतरनाक होता है।
प्रदुषण हमारी हवा और पानी को खराब बानाता है।
प्रदुषण से बहुत से प्रकार की बीमारयां जन्म लेती है।
प्रदुषण ग्लोबल वार्मिंग कर कारन भी होता है।
यह हमारी गृह पृथ्वी के सबसे बुरा साबित होता है।
हमें प्रदुषण से बचने के प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना चाहिए।
हमें अपने कचरे का पुनः उपयोग करना चाहिए।
हमें यह धियान रखना है हमें अपने ग्रह से प्यार है और हम इसकी मदद करेंगे।
Essay on pollution in hindi 10 lines- type 2nd
जब पर्यावरण में हानिकारक पदार्थ निकलते है, तो उसे हम प्रदुषण कहते है।
वायु, जल, मृदा, ध्वनि, आदि विभिन्न प्रकार के प्रदुषण होते है।
प्रदुषण जीवित और निर्जीव दोनों के लिए हानिकारक होते है।
प्रदुषण के मुखिये कारन अघोगिक और मानव निकास और अप्सिष्ठ, वाहन का धुया, जंगल की आग आदि है।
सबसे आम प्रदूषक कार्बन और सल्फर यौगिक, सीएफ़सी, एचएफसी, हैलोन, धुआं, धूल, रासायनिक कीटनाशक आदि हैं।
यह मनुष्यों में बीमारी और मृत्यु का कारण बनता है और निर्जीव चीजों की सतहों को नष्ट कर देता है।
यह हमारे संसाधनों जैसे हवा, मिट्टी और जल निकायों को भी दूषित करता है जो बदले में खाद्य श्रृंखला को दूषित करते हैं।
तापमान में वृद्धि, ग्लोबल वार्मिंग, ओजोन रिक्तीकरण और अम्ल वर्षा का सबसे बड़ा कारण प्रदूषण भी है।
नागरिकों के रूप में, पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों का उपयोग करके और कम करने, पुन: उपयोग करने और पुनर्चक्रण करके प्रदूषण को कम करना हमारा कर्तव्य है।
एक समाज के रूप में, हम हर प्रदूषक के लिए हरित विकल्प का उपयोग कर सकते हैं और अधिक से अधिक पेड़ लगाने का प्रयास कर सकते हैं।
Essay on pollution in hindi 10 lines- type 3rd
पर्यावरण में हानिकारक पदार्थों और पदार्थों की शुरूआत को प्रदूषण कहा जाता है। ये हानिकारक तत्व प्रदूषक कहलाते हैं जो हमारे सभी संसाधनों को दूषित करते हैं।
प्रदूषण के प्रमुख और सबसे विनाशकारी प्रकार वायु प्रदूषण, जल प्रदूषण, मृदा प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण हैं।
हर तरह का प्रदूषण न केवल इंसानों पर बल्कि जानवरों पर भी, जमीन और समुद्री दोनों, पक्षियों, सूक्ष्म जीवों, पौधों और हर जीवित प्राणी पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है जिसके बारे में आप सोच सकते हैं। साथ ही यह निर्जीव सतहों को भी नुकसान पहुंचाता है।
नकारात्मक प्रभाव प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष हो सकता है। प्रत्यक्ष प्रभाव का एक उदाहरण प्रदूषित हवा में सांस लेना है और प्रदूषण का अप्रत्यक्ष प्रभाव प्रदूषित मिट्टी और पानी में उगाई जाने वाली फसलों को खा रहा है।
प्रदूषण का प्रमुख कारण जीवाश्म ईंधन का दहन, औद्योगीकरण, गैसों की रिहाई, और निकास, प्राकृतिक घटनाएं जैसे ज्वालामुखी विस्फोट और जंगल की आग आदि हैं।
सबसे आम प्रदूषक हैं प्लास्टिक, रेफ्रिजरेंट, और सीएफ़सी, हैलोन, रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग, सल्फर और कार्बन यौगिक निर्माण कण निलंबन जैसे मिट्टी और धूल।
प्रदूषण के प्रमुख नकारात्मक प्रभाव ओजोन रिक्तीकरण, अम्ल वर्षा, तापमान में वृद्धि के कारण ग्लोबल वार्मिंग, खराब जलवायु, विभिन्न जीवित जीवों की बीमारियों और मौतों, दूषित जल स्रोत, दूषित खाद्य श्रृंखला फसलों, डेयरी और मुर्गी पालन, और कई अन्य हैं।
यह समय की आवश्यकता है कि हम प्रदूषण के कारण पहले से हो चुके नुकसान के प्रभावों को नियंत्रित करने और कम करने की दिशा में कार्रवाई करें।
एक नागरिक के रूप में, हम समस्याओं से निपटने के लिए पुन: उपयोग, पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण की शपथ ले सकते हैं। बायोडिग्रेडेबल उत्पादों का उपयोग करें।
एक समाज के रूप में हम हरित और पर्यावरण मुक्त हो सकते हैं।
आशा करते है की आपको प्रदुषण (pollution essay in hindi) पर निबंध पसंद आया होगा। अगर आपको और किसी भी विषय पर निबंध चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते है या फिर आप कांटेक्ट कर सकते है। हम आपकी सेवा मई हर समय हाजिर रहेंगे।
धन्यबाद
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